साई नलिनी
बेंगलुरु
साहित्य में मेरी रुचि पहले से ही रही मगर मैंने लिखना थोड़ा देर से शुरू किया ।
मैं समझती हूँ ज़िंदगी इक कविता है, इसके अलग-अलग पहलू कविता के अलग-अलग शीर्षक हैं।
बेंगलुरु
साहित्य में मेरी रुचि पहले से ही रही मगर मैंने लिखना थोड़ा देर से शुरू किया ।
मैं समझती हूँ ज़िंदगी इक कविता है, इसके अलग-अलग पहलू कविता के अलग-अलग शीर्षक हैं।