डॉ. हरि जोशी

डॉ. हरि जोशी

डॉ. हरि जोशी

जन्म : दिनांक 17 नवंबर 1943, ग्राम खूदिया, तहसील खिरकिया, जिला होशंगाबाद मध्यप्रदेश।
शिक्षा : एम.टेक., पी.एच.डी (रेफ्रीजेरेशन)सम्प्रति :सेवानिवृत्त प्राध्यापक, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, उज्जैन म.प्र.
सम्प्रति : सेवानिवृत्त प्राध्यापक, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, उज्जैन म.प्र. इन दिनों लिखना पढऩा और चैन से सोना, यही जीवन का क्रम है।
प्रकाशन : हिंदी की लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्र /पत्रिकाओं में साहित्यिक रचनाएँ प्रकशितप्रकाशित पुस्तकें : कुल - २४
कविता संग्रह- ३: पंखुरियां (६९), यंत्रयुग (७५) और हरि जोशी-६७ (२०११)
व्यंग्य संग्रह - १५: अखाड़ों का देश (१९८०), रिहर्सल जारी है (१९८४ ), व्यंग्य के रंग (१९९२), भेड़ की नियति (१९९३), आशा है, सानंद हैं (१९९५), पैसे को कैसे लुढका लें (१९९७), आदमी अठन्नी रह गया (२०००), सारी बातें कांटे की (२००३), किस्से रईसों नवाबों के (२००६), मेरी इक्यावन व्यंग्य रचनाएँ (२००४), इक्यावन श्रेष्ठ व्यंग्य रचनाएँ (२००९), नेता निर्माण उद्योग (२०११), अमेरिका ऐसा भी है (२०१५), हमने खाये, तू भी खा (२०१६), My Sweet Seventeen, published from Outskirts Press Publication Colorado (US) (2006)
व्यंग्य उपन्यास- १०: पगडंडियाँ (१९९३), महागुरु (१९९५), वर्दी (१९९८), टोपी टाइम्स (२०००), तकनीकी शिक्षा के माल (२०१३), घुसपैठिये(२०१५), दादी देसी- पोता बिदेसी (२०१७), व्यंग्य के त्रिदेव (२०१७),
पन्हैयानर्तन (२०१८) 
प्रकाशनाधीन उपन्यास- “भारत का राग- अमेरिका के रंग”, और “नारी चिंगारी“
सम्मान (विशेष) :अत्यंत दुर्लभ सम्मान - दैनिक भास्कर में १७ सितम्बर १९८२ को “रिहर्सल जारी है“ रचना के प्रकाशन पर मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री द्वारा सरकारी सेवा से निलंबन, कुछ महीनों बाद लेखकों पत्रकारों के विरोध के बाद बहाली। १७ जून १९९७ को नवभारत टाइम्स के दिल्ली- मुंबई संस्करणों में रचना “श्मशान और हाउसिंग बोर्ड का मकान" प्रकाशित होने पर सम्बंधित मंत्री द्वारा शासन की ओर से मानहानि का नोटिस और विभाग को कड़ी कार्रवाई करने का सुझाव। पुनः लेखकों पत्रकारों द्वारा विरोध। मामला नस्तीबद्ध।
अन्य सम्मान - कृति “व्यंग्य के रंग“ के लिए वागीश्वरी सम्मान १९९५, अंग्रेज़ी कविता के लिए अमेरिका का एडिटर’स चॉइस अवार्ड २००६, व्यंग्यश्री सम्मान (हिंदी भवन दिल्ली) २०१३, गोयनका सारस्वत सम्मान(मुंबई)२०१४,अट्टहास शिखर सम्मान (लखनऊ) २०१६, उपन्यास “घुसपैठिये” के लिए म.प्र.शासन संस्कृति विभाग का अखिल भारतीय वीरसिंह देव पुरस्कार २०१५ , उत्तरप्रदेश सरकार का प्रतिष्ठित श्रीनारायण चतुर्वेदी सम्मान २०१७ तथा कुछ अन्य सम्मान भी। 
दो शोधर्थियों को “हरि जोशी के व्यंग्य लेखन” पर पीएच.डी. प्रदत्त
यात्राएँ : एक बार लन्दन की तथा सात बार अमेरिका की यात्राएँ

लेखक की कृतियाँ

यात्रा-संस्मरण
हास्य-व्यंग्य आलेख-कहानी
लघुकथा
कविता-मुक्तक
कविता
हास्य-व्यंग्य कविता
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में

पुस्तकें