2016
योगेश कुमार ध्यानीनये साल की
ख़ुशियों में मगन
हम सब
अंजान हैं इससे
कि जवान होती सदी का
बूढ़ा बाप "समय"
चिंता में है,
क्योंकि आतंक से
दहकती इस दुनिया में
उसकी बेटी
अब सोलह (16) की
हो गई है
नये साल की
ख़ुशियों में मगन
हम सब
अंजान हैं इससे
कि जवान होती सदी का
बूढ़ा बाप "समय"
चिंता में है,
क्योंकि आतंक से
दहकती इस दुनिया में
उसकी बेटी
अब सोलह (16) की
हो गई है