
सतीश राठी
जन्म : इंदौर
शिक्षा : एम काम, एल.एल.बी.
लेखन : लघुकथा, कविता, हाइकु, तांका, व्यंग्य, कहानी, निबंध आदि विधाओं में समान रूप से निरंतर लेखन।
प्रकाशन : देशभर की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में सतत प्रकाशन।
पुस्तकें :
- शब्द साक्षी हैं (निजी लघुकथा संग्रह),
- पिघलती आंखों का सच (निजी कविता संग्रह)।
संपादित पुस्तकें :
- तीसरा क्षितिज (लघुकथा संकलन),
- मनोबल(लघुकथा संकलन),
- जरिए नजरिए (मध्य प्रदेश के व्यंग्य लेखन का प्रतिनिधि संकलन)
साझा संकलन :
- समक्ष (मध्य प्रदेश के पांच लघुकथाकारों की 100 लघुकथाओं का साझा संकलन) कृति आकृति (लघुकथाओं का साझा संकलन, रेखांकनों सहित),
- क्षिप्रा से गंगा तक(बांग्ला भाषा में अनूदित साझा संकलन),
अनुवाद : निबंधों का अंग्रेजी, मराठी एवं बंगला भाषा में अनुवाद। लघुकथाएँ मराठी, कन्नड़, पंजाबी, गुजराती,बांग्ला भाषा में अनुवादित। बांग्ला भाषा का साझा लघुकथा संकलन 'शिप्रा से गंगा तक वर्ष 2018 में प्रकाशित।
संपादन :
- क्षितिज संस्था इंदौर के लिए लघुकथा वार्षिकी 'क्षितिज' का वर्ष 1983 से निरंतर संपादन।
- बैंक कर्मियों के साहित्यिक संगठन प्राची के लिए 'सरोकार' एवं 'लकीर' पत्रिका का संपादन।
शोध : विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में एम. फिल. में मेरे लघुकथा लेखन पर शोध प्रबंध प्रस्तुत। कुछ पीएच. डी. के शोध प्रबंध में विशेष रूप से शामिल।
सम्मान :
- साहित्य कलश इंदौर के द्वारा लघुकथा संग्रह 'शब्द साक्षी हैं' पर राज्यस्तरीय ईश्वर पार्वती स्मृति सम्मान वर्ष 2006 में प्राप्त।
- लघुकथा साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए माँ शरबती देवी स्मृति सम्मान 2012; मिन्नी पत्रिका एवं पंजाबी साहित्य अकादमी से बनीखेत में वर्ष 2012 में प्राप्त।
संप्रति : भारतीय स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त होकर इंदौर शहर में निवास, और लघुकथाओं के लिए सतत कार्यरत।