डॉ. जवाहर कर्नावट
शिक्षा: एम.आई कॉम, पीएच.डी. पीजी डिप्लोमा (पत्रकारिता), JAIIB
बैंक ऑफ बड़ौदा के कॉरपोरेट कार्यालय, मुम्बई से सेवानिवृत्त महाप्रबंधक डॉ.जवाहर कर्नावट बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी हैं। वर्तमान में आप देश की प्रख्यात संस्था हिंदी भवन न्यास, भोपाल के निदेशक हैं।
वाणिज्य के विद्यार्थी होते हुए भी आपका हिंदी भाषा के प्रति विशेष रुझान रहा है। लगभग 33 वर्ष बैंकिंग क्षेत्र में कार्यरत रहते हुए आपने राजभाषा कार्यान्वयन एवं जनसंपर्क के क्षेत्र में अनेक अभिनव कार्य किए है।
डॉ. कर्नावट ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने व्याख्यान, प्रस्तुति, संयोजन एवं संचालन से अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। एशिया, अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी अमेरिका एवं आस्ट्रेलिया महाद्वीप के 25 से अधिक देशों में आयोजित अनेक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों एवं कार्यक्रमों में भी आपकी भागीदारी रही है। लंदन, न्यूयार्क, जोहांसबर्ग, मॉरीशस एवं भोपाल में सम्पन्न विश्व हिंदी सम्मेलनों में भी आपकी सक्रिय भूमिका रही।
हिंदी की प्रगति के लिए देश-विदेश में सक्रिय रहने वाले श्री कर्नावट अनेक सम्मानों से अलंकृत हो चुके हैं। देश के प्रख्यात पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर लेखन कार्य के साथ ही आपने ‘विदेश में हिन्दी मीडिया’ विषय पर भी विशेषज्ञता हासिल की है। सन् 2018 में मारीशस में सम्पन्न विश्व हिंदी सम्मेलन में विदेश मंत्रालय ने आपके द्वारा संगृहीत 25 देशों की 115 वर्षों की हिंदी पत्रिकाओं की प्रदर्शनी विशेष रूप से आयोजित की थी। बैंक के बड़ौदा के भोपाल, जयपुर, दिल्ली, बड़ौदा, अहमदाबाद एवं मुम्बई स्थित कार्यालयों में कार्यरत रहते हुए आपने हिंदीमय वातावरण तैयार करने के साथ ही पत्र-पत्रिकाओं एवं विविध प्रकाशनों के सम्पादन का दायित्व का निर्वाह भी बखूबी किया है।
आपके सह-लेखन में प्रकाशित पुस्तक ‘आधुनिक भारतीय बैंकिंग: सिद्धांत एवं व्यवहार ' को भी अत्यधिक सराहना प्राप्त हुई और भारत सरकार ने इसे पुरस्कृत भी किया। विश्व हिन्दी दिवस 2017 के अवसर विश्व हिन्दी सचिवालय, मारीशस द्वारा वैश्विक स्तर पर आयोजित आलेख प्रतियोगिता मे आपको प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। देश के इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया में आपकी रचनात्मक गतिविधियों, लेख, साक्षात्कार आदि को लगातार स्थान मिलता रहा है।