बृज गोयल
मेरठ (उत्तर प्रदेश_
मैं सरल संवेदनशील नारी हूँ। मुझे भूमिका बनाना या लिखना नहीं आता। बस जीवन के कंकरीले, पथरीले एवं सहज अनुभवों से जो सहेजा है वही कहानी, कविता बनकर पन्नों पर रच गया है। मेरी रचनाएँ विभिन्न प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रही हैं।