विद्रोह
कहफ़ रहमानी 'विभाकर'अभाव मेरा नहीं
परिस्थितियों का
स्थितियाँ बदल सकतीं
केवल एक अनल-कण से।
धधक रही जो उरस्थ
ज्वाला अत्याचार से
संहार से।
होगा पगचाप दिशा-सूचक
इस विद्रोह का।
अभाव मेरा नहीं
परिस्थितियों का
स्थितियाँ बदल सकतीं
केवल एक अनल-कण से।
धधक रही जो उरस्थ
ज्वाला अत्याचार से
संहार से।
होगा पगचाप दिशा-सूचक
इस विद्रोह का।