सुंदर-सुंदर फूल खिले हैं।
आपस में सब हिले-मिले हैं॥
फूलों की है सुंदर क्यारी।
आभा इनकी लगती न्यारी॥
आपस में सब ये बतियाते।
मंद-मंद सारे मुस्काते॥
सबको सुंदर पाठ पढ़ाते।
सीख मनोहर ये दे जाते॥
फूलों जैसे तुम मुस्काना।
और सभी को सुख पहुँचाना॥
काँटों से तुम मत घबराना।
हरदम अपना फ़र्ज़ निभाना॥