डॉ. मृदुल  कीर्ति

डॉ.  मृदुल  कीर्ति

डॉ. मृदुल  कीर्ति

जन्म: अक्तूबर 1951
 जन्म स्थान: पूरनपुर, ज़िला पीलीभीत, उत्तर प्रदेश, भारत
शिक्षा:

  • पीएच.डी. पोलिटिक्ल साइंस (मेरठ विश्वविद्यालय - 1991) शोध विषय: Research Topic - Political System in Vedic Literature; A comprehensive study of the political scenario and  administration in Vedic scriptures. The research also compares the Vedic political system with the present democracy in India. 

  • एम.ए. पोलिटिक्ल साइंस, आगरा विश्वविद्यालय, आगरा (1970)

  • एम.ए. हिन्दी साहित्य (साहित्य रत्न), इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद (1968)

प्रकाशित ग्रन्थ:

  • श्रीमद भगवदगीता का काव्यात्मक अनुवाद (ब्रज भाषा) में,(२००१) श्री कृष्ण की जन्म स्थली मथुरा में बोली जाने वाली ब्रज भाषा में काव्य रूपांतरित सर्व प्रथम गीता; विमोचन प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा (२००१)

  • सामवेद का हिंदी पद्यानुवाद (१९८८), चौपाई छंद में सामवेद का सर्व प्रथम पद्यात्मक रूपांतरण, मौलिकता के सदर्भ सहेजे हुए, पद्य का सौंदर्य समेटे हुए। क्लिष्टता से दिव्य रसामृत का अकिंचन प्रयास। सामवेद का पद्यात्मक अनुवाद का विमोचन महामहिम राष्ट्रपति श्री आर . वेंकटरमण के द्वारा किया गया (१९८८); संस्कृत साहित्य अकेडमी उत्तर प्रदेश द्वारा, अनुवाद पुरस्कार से पुरस्कृत

  • ईशादी नौ उपनिषदों का काव्यात्मक अनुवाद (१९९६), हरिगीतिका छंद में अनुवादित विश्व के सर्व प्रथम काव्यात्मक अनुवाद। ईश, केन, कठ, प्रश्न, मुण्डक, मांडूक्य, ऐतरेय, तैत्तरीय और श्वेताश्वर। महामहिम राष्ट्रपति श्री शंकर दयाल शर्मा द्वारा विमोचन (१९९६)

  • ईहातीत क्षण—दार्शनिक गद्य-काव्य (१९९१)

  • एक आध्यात्मिक और दार्शनिक गद्य काव्य संग्रह। राज्यपाल श्री वीरेंद्र वर्मा, श्री नेबूर (मारीशस के भारत में राजदूत) द्वारा विमोचन (१९९१)

  • अष्टावक्र गीता—गीतिका छंद में काव्य रूपांतरण (२००६) विश्व का सर्व प्रथम गेय शैली में काव्यानुवाद

  • पातंजलि योग दर्शन—हिंदी व्याख्यात्मक काव्यानुवाद। विश्व का अति प्रथम, पतंजलि योग दर्शन का काव्य रूपांतरण। चौपाई छंद में अनुवादित और रामायण की तरह ही गेय जो गाया भी जा चुका है। सम्पूर्ण यज्ञ के मन्त्र काव्य में रूपांतरित।

इंटरनेट पर प्रकाशन: मृदुल कीर्ति - कविता कोश (kavitakosh.org)
वेबसाइट: mridulkirti.com