कनकप्रभा

कनकप्रभा

कनकप्रभा

साध्वी कनकप्रभा एक जैन साध्वी होने के साथ ही उत्कृष्ट लेखिका व कवयित्री भी हैं। 1941 कलकत्ता में जन्मी कनकप्रभा ने 19 साल की छोटी उम्र में जैन दिक्षा ग्रहण की। ऋजुता, करुणा और गंभीरता को अपने में समाहित करने वाली साध्वी कनकप्रभा को 17.01.1972 में साध्वीप्रमुखा बनाया गया। जीवन की गंभीरता को शब्दों में ढालना उनकी कविताओं की विशेषता है। उन्होंने प्राकृत संस्कृत व हिन्दी साहित्य में अपना अमूल्य योगदान दिया है व दे रही हैं।

प्रकाशित कृतियाँ :  “सरगम” व “साँसों का इकतारा” कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।