भूख और प्यास
किशन नेगी 'एकांत'भूख और प्यास की
अजब है कहानी
एक रोटी की तलाश में तो
दूसरा पानी की
कभी पानी नसीब होता तो
रोटी नहीं
कभी रोटी मिल जाती तो
पानी नहीं
कैसी थी विडंबना कि इक दिन
न रोटी नसीब हुई
न पानी
फिर इक मनहूस दोपहर
दम तोड़ दिया दोनों ने
चिलचिलाती धूप में
भूख और प्यास से
तड़प-तड़प कर