तुम्हारा स्पर्श 

01-11-2019

तुम्हारा स्पर्श 

डॉ. कविता भट्ट

विरह के बाद 
इतना ही सुखद है 
तुम्हारा स्पर्श!
जैसे- क़ैदी जेल से छूटकर 
वर्षों बाद अपने घर से मिला हो 
या फिर कोई रोगी 
लम्बी बीमारी के बाद 
स्वस्थ होकर घर लौटा हो। 

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