प्रिय मित्रो,
साहित्य कुंज के पाठकों को भारत के स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई!
पिछले अंक से साहित्य कुंज की होस्टिंग और डोमेन रजिस्ट्रेशन को बदलने के कारण हो सकता है आप लोगों को परेशानी हुई होगी, जिसके लिए खेद है। साहित्य कुंज के विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण चरण था जो आज सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। आशा है कि भविष्य में साहित्य कुंज के प्रकाशन में ऐसा कोई व्यवधान नहीं होगा। आने वाले कुछ महीनों में आप साहित्य कुंज में कुछ नए स्तम्भ और फ़ीचर देखेंगे। आशा है कि आपको हमारा यह प्रयास और परिश्रम अच्छा लगेगा।
अगले अंक नियमित संपादकीय लेखन के नए दृष्टिकोण से आरम्भ कर रहा हूँ।
स्नेह बनाए रखें।
आपका -
सुमन कुमार घई