मेरा जीवन है तुमसे मिलना

15-06-2021

मेरा जीवन है तुमसे मिलना

संजय कवि ’श्री श्री’ (अंक: 183, जून द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)

मेरा जीवन है
तुमसे मिलना,
और मृत्यु है
बिछड़ जाना . . .
ये जो फ़ासले
होते हैं,
दरम्यां हमारे,
तय करते हैं . . .
मेरे दिल का
धड़कना,
मद्धिम होना
या थम जाना . . .
मेरा जीवन है
तुमसे मिलना,
और मृत्यु है
बिछड़ जाना।

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