हर
दिल
की गहराई में
छुपी बैठी है
करवटें लेती
कविता।
 
बह
जाती
तड़प -तड़प कर
आँखों से
आँसू की
धार 
कविता।

और
ढाल लेता
उन्हीं
आँसुओं को
कवि
शब्दों में
बन जाती
कविता।

1 टिप्पणियाँ

  • 1 Jun, 2019 03:36 AM

    कविता दिल की कनखियों से गिर रही है भाई बेहतरीन

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