जवां हो प्यार तो किसको अदाकारी नहीं आती 

01-05-2021

जवां हो प्यार तो किसको अदाकारी नहीं आती 

कु. सुरेश सांगवान 'सरू’ (अंक: 180, मई प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

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जवां हो प्यार तो किसको अदाकारी नहीं आती 
निकलकर बादलों से ख़ुद ही चिंगारी नहीं आती 
 
ज़रूरी है लगे ठोकर मिले चकमा उठे पीड़ा
किताबें लाख पढ़ लो तो भी हुशियारी नहीं आती
 
यही दुनियां से सीखा है यही है तज़रिबा अपना
न करता बेईमानी तो मिरी बारी नहीं आती 
 
कभी आलस नहीं छोड़ा चटोरापन रहा क़ायम 
अगर मैं ठीक से रहता तो बीमारी नहीं आती 
 
हुनर है ख़ानदानी या लगी सदियां कमाने में 
फ़क़त दो-चार दिन में यार ख़ुद्दारी नहीं आती

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