हर हर महादेव

01-03-2020

हर हर महादेव

संजय कवि ’श्री श्री’ (अंक: 151, मार्च प्रथम, 2020 में प्रकाशित)

हर हर महादेव! हर हर महादेव!


विष का प्याला पिए तभी तो शंकर हैं;
आदि देव ये कालजयी अभ्यंकर हैं।
घोर रोष में नेत्र खुलें तो प्रलयंकर हैं;
दुष्टों के संहारक महा भयंकर हैं।
हर हर महादेव! हर हर महादेव!


ज्ञान शक्ति के अपरम्पार समुन्दर हैं;
धर्म न्याय के रक्षक श्रेष्ठ क्षेमंकर हैं।
सत्यम शिवम सुंदरम यही शुभंकर हैं;
हृदय झाँक के देख मनुज तेरे अंदर हैं।
हर हर महादेव! हर हर महादेव!


निराकार ओंकार अर्द्ध नारीश्वर हैं;
ये गिरीश हैं महाकाल जगदीश्वर हैं।
शशिशेखर विश्वनाथ अखिलेश्वर हैं;
ये परमपूज्य गौरी पति परमेश्वर हैं।
हर हर महादेव! हर हर महादेव!


हर हर महादेव! हर हर महादेव!

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