चिड़िया रानी
राजेंद्र कुमार शास्त्री 'गुरु’फुदक-फुदक कर आई,
चिड़िया रानी
वह थी दिखने में
बड़ी सयानी
आकर उसने मेरे घर,
शोर मचाया
मैंने उसको,
खाना खिलाया
उसने मुझे एक कहानी सुनाई
कल मैं हो जाऊँगी पराई
तू क्यों रोता है मेरे भाई
चल सो जा ओढ़ के रजाई