छोड़ जाना होगा
सौरभ मिश्राअंततः सब कुछ छोड़ जाना होगा
ये ढेर सारा प्यार
उनके लिए नफ़रत
ये सबसे पसंदीदा प्याला
ये क़लम
ये कलाम
ख़ुशनुमा सुबह
ये अलसाई हुई शाम
सब कुछ अंततः . . .
ये सब कुछ जो अपना सा लगता है
ये धड़कन
ये साँस
ये ख़ुशबू
ये एहसास
स्वाद,
उनकी याद
कुछ और पल पा लेने की फ़रियाद
अंततः सब कुछ . . .
चाहते या न चाहते हुए भी
सब कुछ छोड़ जाना होगा।