बिना नींद के सपने

01-09-2019

रात के
गहन सन्नाटे में,
नींद 
आँखों से 
ग़ायब है 
कोई 
चुरा ले गया है 
मेरी नींद
और 
छोड़ गया है
ढेर सारे सपने ,
पर
कोई मुझे बताए
कैसे देखूँ 
बिना नींद के सपने।
जो पूरे हों, 
कुछ आधे-अधूरे भी।

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