बहुत दूर जाना है

01-07-2021

बहुत दूर जाना है

डॉ. रामवृक्ष सिंह (अंक: 184, जुलाई प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

औषधियाँ तब काम करेंगी, जब तुम करने दोगे।
ख़ुद को कर निसहाय नहीं तुम असमय मरने दोगे।
 
जीवन-मृत्यु बहुत कम अंतर, छोटी-सी है बात।
वही जिया जो बिता सका नैराश्य भरी यह रात।
 
आओ, मन को समझाओ, करने हैं कितने काम।
नहीं-नहीं, ऐसे कैसे छोड़ें जीवन-संग्राम।
 
बहुत दूर जाना है, अभी तो पकड़े जीवन-डोर।
आती है रौशनी चलो बस पकड़ उसी का छोर।

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