और एक मैं
हेमंत कुमार मेहरादो चार चेहरे -
मेरे आस पास रहते हैं,
जाने-पहचाने,
देखे-भाले,
मिलते जुलते से. . .
गोया, सब हमशक़्ल हैं मेरे,
एक पुजारी,
एक शराबी,
एक भिखारी,
और एक मैं. . .
दो चार चेहरे -
मेरे आस पास रहते हैं,
जाने-पहचाने,
देखे-भाले,
मिलते जुलते से. . .
गोया, सब हमशक़्ल हैं मेरे,
एक पुजारी,
एक शराबी,
एक भिखारी,
और एक मैं. . .