अगर हम तुम्हें याद आने लगेंगे

15-07-2021

अगर हम तुम्हें याद आने लगेंगे

डॉ. सुशील कुमार शर्मा (अंक: 185, जुलाई द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)

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अगर हम तुम्हें याद आने लगेंगे
भुलाने में हमको ज़माने लगेंगे
 
मिटा के ख़ुदी को चले साथ तेरे
वही लोग तुमको पुराने लगेंगे
 
अगर साथ छोड़ा हमारा कभी जो
सफ़र में तुम्हें याद आने लगेंगे
 
बचाया जिन्हें था कभी डूबने से
यही लोग तुमको फँसाने लगेंगे
 
तुम्हें प्यार सबसे ज़ियादा किया था
तुझे भूलने में ज़माने लगेंगे
 
भरोसा किया है कभी खूब जिनपे
वही राज़ तुमसे छुपाने लगेंगे

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