विशेषांक: फीजी का हिन्दी साहित्य

20 Dec, 2020

फीजी हिंदी हमार मातृभासा 

कविता | रेजीना नाइडू

फीजी हिंदी हमार भासा
कोई से पूछ लो
आइके देख लो
फीजी के लोग
है कुछ अलग
हमार बात
फीजी बात
है बहुत सुन्दर बात
हम यही भासा
छोटे से है बोलता
इसमें थोड़ा अवधी
इसमें थोड़ा भोजपुरी
इंग्लिश भी है
फीजियन  मसाला भी है
सब भाषा के मिलावट इसमें
बनगे एक अलग भासा
अब यही हमार वजूद 
हमार पूर्वजों  के इतिहास
हम लोगन के पहचान
सब कोई माँगो
फीजी हिंदी के उठाओ
इसमें पढ़ो, लिखो, गाओ
मजबूत बनाओ
शर्माओ नहीं 
गर्व से बोलो
फीजी हिंदी हमार भासा है॥
 

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